शुक्ल जैन रामायण (पूर्वाद्ध) : अज्ञात द्वारा मुफ्त हिंदी पीडीऍफ़ पुस्तक | Sukla Jain Ramayan (Purvaddha) : by Unknown Free Hindi PDF Book

लेखक / Writer | अज्ञात / Unknown |
पुस्तक की भाषा / Sukla Jain Ramayan (Purvaddha) Book by Language | हिंदी / Hindi |
पुस्तक का साइज़ / Book by Size | 4 MB |
कुल पृष्ठ / Total Pages | 440 |
श्रेणी / Category | धार्मिक / Religious , हिंदू / Hinduism , पौराणिक / Mythological , जैन धर्म / Jain Dharm |
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डिप्रेशन से बचाती और उम्मीद जगाती हैं किताब
कहीं न कहीं आपने यह पढ़ा या सुना जरूर होगा कि किताबें हमारी अच्छी दोस्त होती हैं | विज्ञानियों का कहना है कि किताब पढ़ने से न केवल हमारा ज्ञान बढ़ता है बल्कि यह हमारे मूड को रिप्रेश करने का भी काम करती है | अमेरिका की पीटरसबर्ग यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन के मुताबिक जो लोग किताबें पढ़ने में अधिक समय व्यतीत करते है , उन्हें डिप्रेशन होने का खतरा कम हो जाता है |
“ सभी जीवों के प्रति दयावान बनो।”
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