श्री सनातन धर्म शिक्षा प्रथम पाठ | Shri Sanatandharma Shiksha Pratham Path In Hindi PDF
श्री सनातन धर्म शिक्षा प्रथम पाठ | Shri Sanatandharma Shiksha Pratham Path in hindi pdf Free Download

लेखक / Writer | अज्ञात / Unknown |
पुस्तक का नाम / Name of Book | श्री सनातन धर्म शिक्षा प्रथम पाठ | Shri Sanatandharma Shiksha Pratham Path In Hindi PDF |
पुस्तक की भाषा / Shri Sanatandharma Shiksha Pratham Path Book of Language | हिंदी / Hindi |
पुस्तक का साइज़ / Book Size | 5 MB |
कुल पृष्ठ / Total Pages | 222 |
श्रेणी / Category | धार्मिक / Religious , हिंदू / Hinduism , शिक्षा / Education |
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पुस्तक का एक मशीनी अंश
खाना, सोना, डरना और कामब्रासना भादि मनुष्य और पशु दोनों ही का साधारण धर्म है, केवल धर्म ही,मजुप्य फी वि- शेपता ( आदामयत ) है धर्महीन मनुष्य पशु की समान’ है। एक धर्म ही सच्चा मिन्र है, क्योंक्रि-यह मरने के वाद भी | साथ जाता है, और सब ही देहका नाश होनेझे साथ २ नए हो नाते हैं, । परन्तु ध्यान के साथ देखाजाय तो जगत् में सब के धर्म समान नहीं हैँ। श्रग्निका धर्म उष्णता है तो वरफ का धर्म शीतलता हैं।
सार बात यह है कि-पश्चु का धर्म चारो है और मनुप्पका व धर्म निहकि है| सब मनुष्यों के चित्र की उत्ति एकेसी नहीं होतीं है, सबका खभाव भी एफसा नहीं है। कोई भक्तिभाव में मरन है, कोई ज्ञान की ओर मुका हुआ हैं और फोई कर्मकाएड का हीं परम है। किसी को विज्ञान की चर्चा अच्छी लगती है, कोई दर्शन शास्र की चर्चा में प्रेम रखता है। ऐसे ही कोई गशितशांस् की, कोई सद्भीत की, कोई काव्य की और कोई पर्मशासत्र की चर्चा को भच्छा-सममता है।
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