बहते आँशू : आचार्य चतुरसेन शास्त्री द्वारा मुफ्त हिंदी पीडीऍफ़ पुस्तक | Bahate Aansu : by Acharya Chatursen Shastri Free Hindi PDF Book
बहते आँशू : आचार्य चतुरसेन शास्त्री द्वारा मुफ्त हिंदी पीडीऍफ़ पुस्तक | Bahate Aansu : by Acharya Chatursen Shastri Free Hindi PDF Book

लेखक / Writer | आचार्य चतुरसेन शास्त्री / Acharya Chatursen Shastri |
पुस्तक की भाषा / Bahate Aansu Book Language | हिंदी / Hindi |
पुस्तक का साइज़ / Book Size | 3.44 MB |
कुल पृष्ठ / Total Pages | 218 |
श्रेणी / Category | डरावनी / Horror |
छोटा – सा गॉव, रात का सन्नाटा , ग्रीष्म की रात , मच्छर और पिस्सुओं ने लोगों को रात भर सोने नहीं दिया था | गर्मी भी कम नहीं थी | हवा बंद थी | टूटती रात में उन्हें कुछ झपकी आई थी , कि एक ह्रदयवेधी चीत्कार से उनकी नींद टूट गयी | चौपाल पर जो दो – चार व्यक्ति सो रहे थे , वे उठकर बैठ गए | एक ने कहा – ” मालूम होता है , रमाकान्त का लड़का चल बसा | गजब हो गया , पहाड़ टूट पड़ा | आसार तो कल ही से अच्छे न थे , रमाकान्त अब नहीं जिएगा | चचा , तुम क्या अभी सो ही रहे हो ? ” दूसरे व्यक्ति ने करवट बदली , और उठकर बैठ गया | उसने कहा – ” आज सोना मिला कहाँ ? चलो , फिर उनके घर चले – हमसे तो देखा भी नहीं जायेगा | अभी तो ब्याह का कंगन भी नहीं खुला – ईश्वर की मर्जी है | ”
सभी उठ खड़े हुए | और भी दो – चार व्यक्ति घरो से निकल आये | इसी बीच में कई स्वर क्रंदन कर रहे थे | लोगो ने देखा , घर की औरते पछाड़ खा – खाकर चीख रही हैं , रमाकान्त धरती में पड़ा , आखें फाड़ – फाड़कर आगंतुकों को देखा रहा है | मालूम होता था , अभी इसके प्राण निकल जायेंगे |
आचार्य चतुरसेन शास्त्री
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